Raksha Bandhan 2024 का मुहूर्त और उत्सव का समय
Raksha Bandhan, जिसे राखी का त्योहार भी कहा जाता है, एक वार्षिक उत्सव है जो भाइयों और बहनों के बीच के विशेष बंधन को सम्मानित करता है। इस साल, raksha bandhan 19 अगस्त 2024 को मनाया जाएगा। द्रिक पंचांग के अनुसार, raksha bandhan की शुभ डोर बांधने की विधि का समय दोपहर 1:30 बजे शुरू होगा और यह सात घंटे और 48 मिनट तक चलेगा, जो उसी दिन रात 9:08 बजे समाप्त होगा।
रक्षाबंधन 2024 का मुहूर्त और उत्सव का समय
- डोर बांधने की विधि का प्रारंभ: 1:30 PM
- डोर बांधने की विधि का समापन: 9:08 PM
- भद्रा समाप्ति समय: 1:30 PM
- भद्रा पुच्छ: सुबह 9:51 बजे से 10:53 बजे तक
- भद्रा मुख: सुबह 10:53 बजे से दोपहर 12:37 बजे तक
- पूर्णिमा तिथि प्रारंभ: 19 अगस्त को सुबह 3:04 बजे
- पूर्णिमा तिथि समाप्त: 19 अगस्त को रात 11:55 बजे
Raksha Bandhan का इतिहास और महत्व
“Raksha bandhan” शब्द का अर्थ है “सुरक्षा” और “बंधन,” जो भाई-बहन के संबंधों की रक्षा और इसे संजोने की भावना को दर्शाता है। Raksha bandhan की उत्पत्ति हिंदू पौराणिक कथाओं में देखी जा सकती है। महाभारत के महाकाव्य में एक प्रसिद्ध कहानी है, जिसमें भगवान कृष्ण ने अनजाने में सुदर्शन चक्र का उपयोग करते हुए अपनी उंगली काट ली थी। द्रौपदी, जो इस घटना से बहुत चिंतित थी, ने अपनी साड़ी का एक टुकड़ा फाड़ कर कृष्ण की उंगली पर बांध दिया।
इस करुणामय कार्य से प्रभावित होकर, भगवान कृष्ण ने द्रौपदी की हर संकट से रक्षा करने का वचन दिया। इस वचन को कौरवों द्वारा द्रौपदी के चीरहरण के प्रयास के दौरान पूरा किया गया, जब भगवान कृष्ण ने उसे अपमान से बचाया।
Raksha Bandhan के लिए दिल से शुभकामनाएं
- “इस रक्षाबंधन पर, मैं आपको बताना चाहता हूँ कि आपके जीवन में होने से मेरा जीवन धन्य हो गया है। आप सिर्फ मेरे भाई नहीं हैं, बल्कि मेरे सच्चे मित्र भी हैं, जो हर मुश्किल में मेरे साथ खड़े रहे। रक्षाबंधन की शुभकामनाएं!”
- “रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं! जब हम अपने बंधन का जश्न मना रहे हैं, मैं आपके प्यार और समर्थन के लिए आपका आभार व्यक्त करता हूँ। आप मेरी बहन से अधिक हैं; आप मेरी सबसे अच्छी मित्र हैं।”
- “रक्षाबंधन की ढेर सारी शुभकामनाएं उस व्यक्ति को, जो सिर्फ मेरा भाई नहीं बल्कि मेरा सबसे बड़ा साथी है। आपका प्यार और समर्थन मेरे लिए वो स्तंभ हैं जो मुझे अंदर से मजबूत बनाते हैं।”
- “राखी की डोरें हमारे बंधन को मजबूत बनाएँ। मेरे भाई, मेरे रक्षक, और मेरे दोस्त को रक्षाबंधन की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।”
- “मेरे शरारती साथी को रक्षाबंधन की शुभकामनाएं! हमारी डोर जितनी अटूट है, उतना ही हमारा रिश्ता भी अटूट रहे।”
इस रक्षाबंधन को अपने भाई-बहनों के साथ साझा किए गए अनोखे बंधन का जश्न मनाकर और उन परंपराओं का सम्मान करके मनाएं, जो इस त्योहार को खास बनाती हैं।
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